IIT के छात्रों द्वारा कोचिंग संस्थान के फर्जी विज्ञापनों के खिलाफ लगाई याचिका पर हाईकोर्ट ने दिया सख्त आदेश!

साल 2008 के बाद से सुपर-30 कोचिंग बंद पडी है! फिर भी दे रहे हैं सुपर-30 के नाम पर झूठे विज्ञापन!

सुपर 30 कोचिंग के संस्थापक आनंद कुमार हाई कोर्ट के बार -बार बुलाने पर भी नहीं हो रहे पेश!

हाई कोर्ट ने लगाया 50 हजार का जुर्माना!

री-डिस्कवर इंडिया न्यूज इंदौर। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी)- गुवाहाटी के चार छात्रों की ओर से दायर एक जनहित याचिका में आनंद पर ठगी करने का आरोप लगाया गया है। आरोप के मुताबिक पिछले साल आनंद ने दावा किया था कि सुपर-30 के 26 छात्र आईआईटी में दाखिला लेने में सफल रहे, लेकिन उन्होंने इन छात्रों का नाम नहीं जारी किया। याचिका में कहा गया है कि अपने झूठे प्रोपेगैंडा के जरिए आनंद आईआईटी में दाखिला लेने की तैयारी में जुटे छात्रों और उनके अभिभावकों को ठग रहे हैं और इसी मामले में उन्हें 26 नवम्बर को पेश होना था।
सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार पर गुवाहाटी उच्च न्यायालय ने मंगलवार को अदालत में पेश नहीं होने के कारण 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। पीठ इस बात से नाराज थी कि पूर्व के आदेश के बावजूद वह हाजिर नहीं हुए, इसलिए हाई कोर्ट ने परिवादी छात्रों में से हर एक को 10 हजार रुपए देने का निर्देश दिया। न्यायमूर्ति अजय लांबा और एएमबी बरुआ की पीठ ने अब आनंद को अगुली सुनवाई की तिथि 28 नवंबर को अदालत में हाजिर होने का निर्देश दिया है। इसके पहले 19 नवंबर को अदालत ने आनंद को 26 नवंबर को हाजिर होने को कहा था। गौरतलब सुपर-30 बिहार की राजधानी पटना स्थित एक कोचिंग संस्थान है जो आईआईटी में दाखिला लेने के इच्छुक आर्थिक रूप से गरीब बच्चों को कोचिंग की सुविधा प्रदान करने का दावा करती है।

साल 2008 के बाद से सुपर-30 कोचिंग बंद पडी है!

यह मामला सितंबर, 2018 का है जब चार आईआईटी छात्रों ने याचिका दायर करके आनंद पर आरोप लगाया था कि वह गरीब छात्रों की मदद करके उनका आईआईटी में दाखिला कराने का झूठा दिखावा कर रहे हैं। आरोप के मुताबिक सुपर-30 में दाखिला देने के नाम पर हर छात्र से 33 हजार रुपए लेकर उसे पटना स्थित ‘रामानुजम स्कूल ऑफ मैथमेटिक्सÓ नामक कोचिंग में दाखिला दिया जाता है। आरोप है कि साल 2008 के बाद से सुपर-30 की कक्षाएं नहीं चल रही हैं, लेकिन हर साल आईआईटी-जेईई का परिणाम घोषित होते ही यह सुपर-30 कोचिंग के नाम से मीडिया में झूठा प्रचार-प्रसार करने लगते है। रामानुजम स्कूल ऑफ मैथमेटिक्स के कुछ छात्रों को दिखाकर दावा किया जाता है कि ये छात्र सुपर-30 के हैं जो आईआईटी प्रवेश परीक्षा पास करने में सफल रहे।

आईपीएस अभयानंद सुपर-30 से अलग

याचिका के आधार पर ही अदालत ने पिछले साल सितंबर में आनंद और एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अभयानंद को नोटिस जारी किया था। इन दोनों ने सुपर-30 की शुरुआत 2002 में की थी, लेकिन 2008 में दोनों अलग हो गए। नोटिस का जवाब देने के लिए भले ही आनंद अदालत में हाजिर नहीं हुए, लेकिन अभयानंद ने इस साल जनवरी में ही हलफनामा दायर करके बता दिया था कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि 2008 के बाद सुपर-30 कैसे चल रही है।

आनंद के जीवन पर बनी थी फिल्म ‘सुपर-30Ó

बता दें कि नेशनल अवार्ड डायरेक्टर विकास बहल ने पटना में सुपर 30 नाम से कोचिंग चलाने वाले गणितज्ञ आनंद कुमार के जीवन संघर्ष पर ‘सुपर-30Ó नाम से फिल्म बनाई थी। इसमें आनंद कुमार का किरदार ऋतिक रोशन ने निभाया था।

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