@प्रदीप री डिस्कवर इंडिया न्यूज़ इंदौर(rediscoverindia news indore)
कोटा के एलेन कोचिंग इंस्टिट्यूट(allen coaching institute-kota) के खिलाफ छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में एफ.आई.आर दर्ज!
  • ज्ञात रहे की इस साल अभी तक एलेन कोचिंग इंस्टिट्यूट (allen coaching institute-kota)के १९ छात्र आत्महत्या कर चुके है !
कोटा में सोमवार को एलेन कोचिंग इंस्टिट्यूट(allen coaching institute-kota) में मेडिकल कालेज में प्रवेश के लिए नीट की तैयारी कर रही उत्तरप्रदेश के मऊ जिले की छात्रा प्रियम सिंह ने सल्फास खाकर आत्महत्या(suicide) कर ली थी! मंगलवार को यूपी से कोटा पहुंचे छात्रा के पिता और अन्य परिजनों ने एलेन कोचिंग संस्थान के प्रशाशन के खिलाफ उनकी बेटी को आत्महत्या के लिए उकसाने का मुक़दमा दर्ज करवाया है !पिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा 306 के तहत एफ आई आर दर्ज की है!छात्रा प्रियम सिंह के पिता सूर्यप्रकाश सिंह ने रिपोर्ट में बताया की उन्होंने अपनी पुत्री प्रियम को मई 2022 में कोटा( kota)के एलन कोचिंग संस्थान(allen coaching institute-kota) में प्रवेश दिलाया था.वह नीट की तय्यारी कर रही थी. उनकी पुत्री ने कुछ महीने बाद ही उन्हें शिकायत करते हुए बताया था कि कोचिंग संचालक मंडल द्वारा उस पर दवाब बनाया जा रहा था कि यदि उसने अच्छा परफॉरमेंस नहीं किया तो उसकी फीस दुगनी कर दी जाएगी !उसे एलेन कोचिंग में मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है !पिता का आरोप है की उसकी पुत्री पर कोचिंग संस्थान द्वारा लगातार दवाब बनाया जा रहा था !जिससे वह मानसिक अवसाद का शिकार हो गई ! और सोमवार को उसने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली!
iitjee और मेडिकल कालेज में एडमिशन लेने के लिए नीट(neet) की कोचिंग के लिए पुरे देश में ख्याति प्राप्त राजस्थान का कोटा शहर अब वहा की व्यवसायिक कोचिंग संस्थानों की व्यवसायिकता जो अभी तक अभिभावकों के जेबों से उनके बच्चो को iitjee और मेडिकल कालेज में एडमिशन कराने के कूटरचित फर्जी विज्ञापनों के माध्यम से सपने दिखा कर अपनी तिजोरी भर रहे थे!
अब घोर व्यवसायिक कोचिंग का यह शहर अबोध बच्चो को सपने दिखाकर उन्हें पूरा करने का दवाब और प्रतिस्पर्धात्मक माहौल बनाकर मानसिक बनाकर उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए कुख्यात हो रहा है!?
17-18 साल के इन अबोध बच्चो को घर से दूर ऐसे किस तनाव पूर्ण माहौल! व्यवस्था! दवाब! अनावश्यक रूप से पैदा की गई प्रतिस्पर्धा! फीस के लिए ब्लेकमेलिंग या धमकाना , क्लास में उपेक्षापूर्ण व्यवहार के जरिए उनके अंदर ऐसा अवसाद (mental depression)पैदा कर दिया जाता है कि वो अपने भविष्य और माता पिता के सपनों को चकनाचूर होते हुए महसूस करने लगते हैं! और आत्महत्या करने को मजबूर कर दिए जाते हैं!?
ये हथकंडे और अपराधिक कृत्य है इन व्यवसायिक कोचिंग संस्थानों के !इन्हें न्यायालय में सबूत के रूप में पेश कर इन संस्थानों के करता धर्ताओ को 10 साल से लेकर आजन्म कारावास के लिए जेल की सलाखों के पीछे डाला जा सकता है !
  • फर्जी रिज़ल्ट के विज्ञापन! डमी स्कूल (स्कूल मे उपस्थिति अनिवार्य नहीं)! कोचिंग छोड़ने पर फीस वापस न करना! 10 से 12 घंटों की लगातार पढाई का दवाब !*
  • *बिना छात्र की मानसिक, शारीरिक, आर्थिक और शैक्षणिक योग्यता की जांच किए औसत छात्रों को भी आईआईटी और मेडिकल मे प्रवेश दिलाने का दावा करके कोचिंग मे एडमिशन देना! लाखो रुपए फीस, हॉस्टल और मेस के नाम पर एडवांस मे लेना!*
  • *स्वतंत्रता के अधिकार से वंचित करना! खेल कूद और मनोरंजन से पूर्ण रूप से वंचित कर देना!*
  • *भावनात्मक और सामाजिक परिवेश से पूर्णतः वंचित रखना!
  • हर हफ्ते टेस्ट का मानसिक दवाब! हर वक्त सफलता का डर!*
  • *ये सब किसी बंधुआ बाल श्रमिक को दी जाने वाली यातनाएं है! जो किसी भी 16 से 20 साल के बच्चों और छात्रों को मानसिक रूप से आत्महत्या करने के लिए उकसाने के लिए काफी है!*
@ प्रदीप मिश्रा री डिस्कवर इंडिया न्यूज़ इंदौर(rediscoverindia news indore)

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