प्रदेश के 50 आदिवासी छात्रों को विदेश में पढ़ाई करने के लिए मप्र सरकार देगी 50 हजार डॉलर वार्षिक
100 आदिवासी छात्रों को मिलेंगे 2 लाख रुपए UPSC कोचिंग के लिए
री-डिस्कवर इंडिया न्यूज इंदौर। इस वर्ष प्रदेश के 150 आदिवासी विद्यार्थी विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति योजना और अखिल भारतीय सेवाओं की परीक्षा के लिए कोचिंग सुविधा योजना से लाभान्वित किए जाएंगे। चयनित विद्यार्थियों में से 50 विद्यार्थियों को विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। शेष 100 विद्यार्थियों को सिविल सेवा परीक्षाओं की कोचिंग सुविधा से लाभान्वित किया जाएगा। ये योजनाएं आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित की जा रही हैं। इन योजनाओं की विस्तृत जानकारी विभागीय पोर्टल www.tribal.mp.gov.in पर उपलब्ध है।
विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति योजना में आदिवासी विद्यार्थियों को विदेशों के उच्च शिक्षा संस्थानों में इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और विज्ञान पाठ्यक्रमों में मास्टर डिग्री प्राप्त करने के लिए प्रतिवर्ष वास्तविक शिक्षण शुल्क अथवा 40 हजार यूएस डॉलर, जो भी कम हो, उपलब्ध कराया जाएगा। यह राशि संबंधित शिक्षा संस्थान में सीधे ट्रांसफर की जाएगी। विद्यार्थी को 9000 यूएस डॉलर निर्वाह भत्ता और 1000 यूएस डॉलर आकस्मिक भत्ता दिया जाएगा।
संघ लोकसेवा आयोग की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग के लिए आदिवासी विद्यार्थियों को अधिकतम दो लाख रुपए अथवा कोचिंग का वास्तविक शुल्क, जो भी कम हो, प्रदान किया जाएगा। विद्यार्थियों को प्रतियोगी पुस्तकें खरीदने के लिए एक मुश्त 15 हजार रुपए की राशि प्रदान की जाएगी।