@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्ज इंदौर
RSS प्रमुख मोहन भागवत जानवरों के डॉक्टर है! इतिहास और सनातन भारत के विद्वान नहीं!?
वो किस आधार पर अखंड भारत की बात कर रहे हैं!? जबकि भारत कभी भी अखंड भारत था ही नहीं!?
RSS प्रमुख मोहन भागवत अखंड भारत के नाम पर पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के तकरीबन 45 करोड़ मुस्लिमों को भारत में क्यों मिलाना चाह रहे हैं!? यदि मोहन भागवत के प्रस्तावित अखंड भारत की कल्पना साकार हो जाए तो भारत में मुस्लिम जनसंख्या तकरीबन 75 करोड़ हो जाएगी!
RSS प्रमुख मोहन भागवत अपने कई बयानों में अखंड भारत की कल्पना को साकार करने की बात कही है! इतिहास में यह दावा किया जाता है कि, आधुनिक युग का अफ़ग़ानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, म्यान्मार, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका और तिब्बत अखंड भारत के हिस्से थे! और मोहन भागवत चाहते हैं कि अगले 25 – 30 सालो में इन सभी देशों के भौगोलिक भागों को आधुनिक भारत में मिलाकर अखंड भारत के उनके सपने को साकार किया जाय!
RSS प्रमुख मोहन भागवत की शैक्षणिक योग्यता पशु चिकित्सा और पशु पालन से है! वो शैक्षणिक रूप से इतिहास और सनातन भारत के विद्वान नहीं है!
शायद उन्हें पता नहीं है कि, वास्तव में भारत कभी भी राजनीतिक, आर्थिक और सामरिक रूप से अखंड नहीं था! हाँ ये हो सकता है कि भारत धार्मिक रूप से उन सभी देशों के भौगोलिक भाग में अखंड भारत रहा हो जिनका दावा अखंड भारत के देशों में किया जाता है!
सनातन काल से आज़ादी के पहले तक तथाकथित अखंड भारत राजे, रजवाड़ों और रियासतों में खंड खंड बटा हुआ था! भारत कभी भी अखंड भारत नहीं था! न सतयुग में! न त्रेता मे न द्वापर में! और न ही कलयुग में! तो RSS प्रमुख मोहन भागवत किस आधार पर अखंड भारत की बात कर रहे हैं!?
इतना बड़ा अखंड भारत होने के बावजूद पूरा अखंड भारत मुट्ठी भर मिडल ईस्ट के कबिलाई लुटेरे, जाहिल आक्रांतओ से लेकर उज्बेकिस्तान के शासक बाबर के वंशज मुगल शहंशाहो का 700 साल और 7 समंदर पार से आए मात्र 200 अंग्रेजो का 200 साल गुलाम रहा!?क्योंकि पूरा अखंड भारत खंड खंड बटा हुआ था!
@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्ज इंदौर

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