@री डिस्कवर इंडिया न्यूज इंदौर

पार्टी पर बोझ न बने प्लीज!! जनता, कार्यकर्ताओं और पार्टी मे अपना वज़ूद खो चुके नेताओ और अपनी पारी खेल चुके वरिष्ठों को अब स्वयं घर बैठ जाना चाहिए?

कांग्रेस और भाजपा में पिछले कई दशकों से ऐसे कई छुटभैये या वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता है, जिनको देख देख कर अब उबकाई आने लगी है! नए, फ्रेश, ऊर्जावान और बेहतर योग्यता वाले नेताओ एवं कार्यकर्ताओ को अब मौका देना चाहिए वैसे भी अब राजनीति के मुद्दे, सिलेबस, तकनीक और कोर्स सब कुछ बदल गया है। 

फिर चाहे उम्रदराज हो चुके मौजूदा पार्षद, विधायक, सांसद या कद्दावर मंत्री ही क्यो न हो? और उसमे भी खास कर वो पूर्व और वर्तमान कद्दावर नेता जो अपने मूर्खतापूर्ण और जहरीले बयानों से न सिर्फ पार्टी का नुकसान कर रहे है वरन अपनी बुद्धिहीनता का परिचय दे रहे है।  

इसमे कोई भी शक या तर्क की कोई गुंजाइश बाकी नहीं हो सकती है कि देश की आज़ादी के 67 सालो में जवाहरलाल नेहरू, इन्दिरा गांधी से लेकर डॉ. मनमोहन सिंह तक कई प्रधानमंत्री हुए, लेकिन इनमे से कोई भी प्रधानमंत्री कई मामलों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने बौने ही साबित होंगे। 

देश के विकास, मुद्दों और राजनीति में आमूल चूल परिवर्तन करने के साहस, दूरदर्शीता और देश के लिए कुछ नया करने की नीयत, नीति और क्रियान्वयन के मामलों में यकीनन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज़ादी के बाद से 2014 तक हुए सभी प्रधानमंत्रीयों से न सिर्फ बेहतर है वरन सबसे सर्वश्रेष्ठ है। 

प्रधानमंत्री का पूरे भारत में स्वच्छता अभियान, शौचालय का निर्माण, विकसित भारत बनाने का संकल्प और अब 1 लाख गैर राजनीतिक टेलेंटेड, शिक्षित युवा प्रोफेशनल को राजनीति से जोड़ने का संकल्प परिवारवाद, जातिवाद और धनबल की राजनीति को खत्म करने के लिए मील का पत्थर साबित होगा। 

@प्रदीप मिश्रा री डिस्कवर इंडिया न्यूज इंदौर

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