22 वर्ष की उम्र में 400 लोगों को दी मात
होंडा मोटर कंपनी ने इंजीनियरिंग का अनुभव नहीं रखने वाले एक डिजाइनर को पांच साल पहले स्पोटर््स कार बनाने का काम सौंपा था। डिजाइनर का नाम आर. मुकुमोतो है। मुकुमोतो चार साल पहले 22 साल के थे, तब वह ग्रेजुएशन थर्ड ईयर के स्टूडेंट थे। उस समय होंडा की रिसर्च सब्सिडियरी में कार का मॉडल बनाने के इन-हाउस कॉम्पीटिशन में उन्होंने 400 लोगों को हरा दिया था।
‘सपनों की कारÓ बनाने के लिए दी टीम
इसके बाद होंडा ने उन्हें कंपनी की हिस्ट्री में सबसे कम उम्र का लीड इंजीनियर बनाया। उन्हें अपने ‘सपनों की कारÓ बनाने के लिए टीम दी गई। यह कार तैयार है और अगले महीने से इसकी बिक्री शुरू होगी। जापान में स्पोर्ट्स कार सेगमेंट में सबसे अधिक कॉम्पीटिशन है। ऐसे में मुकुमोतो और होंडा के लिए यह बड़ा इम्तिहान है।
कार मुड़कर देखने को कर देगी मजबूर
मुकुमोतो ने जापान के वाको शहर में बताया कि ‘मेरी जनरेशन के लोग कार को ट्रांसपोर्टेशन का जरिया मानते हैं। मैं चाहता था कि वे कहें कि यह कार कुछ अलग है। हमने ऐसी कार बनाई है, जो आपको मुड़-मुड़कर देखने को मजबूर कर देगी।Ó इस कार को एस 660 रोडस्टर का नाम दिया गया है। इसकी कीमत 16,760 डॉलर यानी करीब 10 लाख रुपए है। होंडा को खराब क्वॉलिटी के चलते पिछले कुछ समय में काफी गाडिय़ां रिकॉल करनी पड़ी हैं। कंपनी इस कार से इन बातों को पीछे छोडऩे की कोशिश कर रही है।
शुरू से रहा है यंग टैलेंट को प्रमोट करने का कल्चर
होंडा में टैलेंट को प्रमोट करने पर 2011 में जापानी भाषा में किताब लिखने वाले ओसामू कातायामा ने कहा कि होंडा अलग तरह की कारों के लिए जानी जाती है, लेकिन उसकी हाल की गाडिय़ां सिंपल रही हैं। कंपनी नई स्पोर्ट्स कार के जरिये मार्केट को बोल्ड मैसेज देना चाहती होगी। मुकुमोतो को लीड डिजाइनर बनाकर होंडा ने यंग टैलेंट को सपोर्ट करने वाली बात फिर साबित की है। होंडा के फाउंडर सोइचिरो होंडा थे। उन्हें तो औपचारिक शिक्षा तक नहीं मिली थी। इसके बावजूद उन्होंने जापान की तीसरी बड़ी कार कंपनी खड़ी की। यंग टैलेंट को प्रमोट करने का कल्चर कंपनी में शुरू से ही रहा है।
19 साल की उम्र में मुकुमोतो जुड़े थे होंडा से
नागोया यूनिवर्सिटी के गेस्ट प्रोफेसर और होंडा के पूर्व अधिकारी नोबोरू सातो ने कहा कि होंडा में उम्र और शिक्षा कोई बाधा नहीं है। इस मामले में यह जापान की दूसरी कंपनियों से अलग है। सातो ने भी होंडा में टैलेंट डेवलपमेंट पर एक किताब लिखी है। उन्होंने बताया कि जो लोग चैलेंज पसंद करते हैं, होंडा में उनकी काफी कद्र होती है। मुकुमोतो ने प्राइमरी स्कूल में एक कॉमिक बुक में सोइचिरो के बारे में पढ़ा था। तब से वह उनके फैन बन गए। पश्चिमी जापान में एक वोकेशनल स्कूल में मशीनरी की पढ़ाई करने के बाद 19 साल की उम्र में मुकुमोतो होंडा से जुड़ गए थे।