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इजाफा: त्योहारी मांग के साथ ब्याज दरों में कमी के चलते हुई कारों की बिक्री
नई दिल्ली। त्योहारी मौसम में सस्ते ऋण और लोगों की दशहरा-दीवाली पर खरीदारी की मजबूत धारणा के बल पर अक्टूबर में घरेलू बाजार में कारों की बिक्री 21.80 प्रतिशत बढ़कर 1,94,158 पर पहुंच गई। वाहन निर्माता कंपनियों के शीर्ष संगठन सियाम द्वारा यहां जारी आंकड़ों के अनुसार यह मार्च 2011 के बाद 55 महीने में देश की कारों की बिक्री में सबसे तेज बढ़ोतरी है। मार्च 2011 में कारों की घरेलू बिक्री 23.03 प्रतिशत बढ़ी थी। सियाम के महानिदेशक विष्णु माथुर ने आंकड़े जारी कर कहा कि लंबे समय बाद त्योहारी मौसम में कारों की बिक्री में इतनी मजबूत बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसका मुख्य कारण त्योहारी मांग के साथ ब्याज दरों में कमी और पिछले कुछ महीनों में हुई नई लांङ्क्षचग है। आने वाले छह महीनों में और अगले साल के मध्य तक मजबूत मांग बने रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा हालांकि मानसून खराब रहा है, लेकिन ग्रामीण अर्थव्यवस्था अब पूरी तरह कृषि आधारित नहीं रह गई है। बाइक से अधिक स्कूटर बिके । अक्टूबर में मोटरसाइकिलों की बिक्री भी पटरी पर आती दिखी। इसका आंकड़ा पिछले साल अक्टूबर की तुलना में 5.66 प्रतिशत बढ़कर 10 लाख 65 हजार 856 पर पहुंच गया। स्कूटी और स्कूटरों की बिक्री में मजबूती जारी रही। यह 36.80 फीसदी बढ़कर पांच लाख 25 हजार 138 हो गई। मोपेड सहित सभी दुपहिया वाहनों की बिक्री 13.31 प्रतिशत बढ़कर 16 लाख 56 हजार 235 पर पहुंच गई।
नए मॉडलों ने धूम मचाई

Red-Passion

सियाम के आंकड़ों के अनुसार कारों, उपयोगी वाहनों और वैनों सहित यात्री वाहनों की कुल घरेलू बिक्री 21.46 प्रतिशत बढ़कर 2,68,629 इकाई पर पहुंच गई। यह अक्टूबर-12 (32.20 प्रतिशत) के बाद की सबसे तेज बढ़ोतरी है। कुछ महीनों में बाजार में आए क्रेटा, एस-क्रॉस, एॢटगा और टीयूवी जैसे नए वाहनों की अच्छी बिक्री से अक्टूबर में उपयोगी वाहनों की बिक्री 20.82 प्रतिशत बढ़ी, जबकि वैनों की बिक्री भी 19.79 प्रतिशत बढ़ी। एलसीवी ज्यादा बिकीं। मध्यम तथा भारी व्यावसायिक वाहनों की बिक्री लगातार 15वें महीने बढ़ी है। अक्टूबर में घरेलू बाजार में इस श्रेणी के 22,181 वाहन बेचे गए, जो अक्टूबर 2014 के मुकाबले 23.97 प्रतिशत अधिक है। माथुर ने बताया कि हल्के व्यावसायिक वाहनों की भी मांग आने से इनकी बिक्री में भी 6.83 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। करीब तीन सालों से लोग इस श्रेणी के वाहनों को नहीं बदल रहे थे। तिपहिया वाहनों में मामूली वृद्धि, इसलिए अभी स्थानापन्न मांग आई है, लेकिन वाहन उद्योग इसकी संख्या में बढ़ोतरी के उद्देश्य से मांग आने का अब भी इंतजार कर रहा है। सभी श्रेणी के व्यावसायिक वाहनों की कुल बिक्री 12.73 फीसदी बढ़कर 58,596 पर पहुंच गई। तिपहिया वाहनों की बिक्री 0.10 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी के साथ 52,361 इकाई पर रही। कारों का निर्यात 9.05 प्रतिशत, उपयोगी वाहनों का 131.35 प्रतिशत तथा व्यावसायिक वाहनों का 8.99 प्रतिशत बढ़ा, जबकि स्कूटी तथा स्कूटरों का निर्यात 27.69 फीसदी, मोटरसाइकिलों का 9.20 फीसदी तथा मोपेड का 19.57 फीसदी कम हुआ।

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