री डिसकवर इंडिया न्यू्‍ज इंदौर

मेघदूत चौपाटी!! स्वाद की राजधानी इन्दौर की पहचान स्ट्रीट फूड को नष्ट करने मे अमादा इंदौर नगर निगम!

शराब के ठेकों और अहातो के लिए हर 200 मीटर में जगह है इस शहर में! लेकिन 350 स्ट्रीट फूड बेचने वालो के लिए पूरे शहर में नहीं?

इससे ज्यादा शर्मनाक कुशासन और क्या होगा देश की स्वाद केपिटल शहर इंदौर के लिए!?

350 स्ट्रीट फूड वाली मेघदूत चौपाटी को बिना वैकल्पिक स्थान दिए? हटाने के कुकृत्य को इंदौर नगर निगम ने किस आक्रांता के शासन काल से सीखा है?

किसी भी शहर का स्वाद जन्म लेता है वहां के स्ट्रीट फूड से, न कि किसी क्लब या फाइव स्टार होटल के किचन से।

जिस स्ट्रीट फूड के स्वाद की वजह से इंदौर ने, न सिर्फ देश में वरन् विदेशों तक मे अपनी धाक जमाई! आज उसी इंदौर में राजकीय दर्जा प्राप्त 56 दुकान से कहीं ज्यादा श्रेष्ठ और बेहतर स्वाद वाली 350 अलग अलग तरह के स्वाद वाली स्ट्रीट फूड स्टालों की मेघदूत चौपाटी को इंदौर नगर निगम नेस्तनाबूद कर! न जाने कौन से विकास और किसके विकास के लिए इंदौर की पहचान को ही नष्ट करने मे अमादा है!? 

किसी भी शहर की सभ्यता, संस्कृति और संस्कार उस शहर में मिलने वाले स्ट्रीट फूड के स्वाद और गुणवत्ता से भी पता किए जा सकते हैं। शहर कितना संपन्न और खुशहाल है यह भी इस बात से निर्धारित किया जा सकता है कि उस शहर में कितने फेमस फूड स्ट्रीट है।

पूरे विश्व के विकास शील देशों से लेकर विकसित देशों में भी स्ट्रीट फूड का कल्चर है।

आज देश विदेश में इंदौर शहर की पहचान यहां के खाने के स्वाद के लिए है! और शहर का विश्व-प्रसिद्ध स्वाद पोहे, कचोरी, नमकीन, चाट के अलावा पूरे देश के स्ट्रीट फूड का स्वाद किसी स्टार या फाइव स्टार होटल में नहीं मिलता है! यह मिलता है इंदौर के स्ट्रीट फूड में, जिसकी पूरी दुनिया दिवानी है!

फिर चाहे वह सराफा की गालियों मे हो या फिर 56 दुकान जैसी राजकीय दर्जा प्राप्त गली में या फिर मेघदूत चौपाटी में।

प्रधानमंत्री मोदी के शासन काल वाली भाजपा सरकारों के सरकार चलाने का मूल मंत्र है सबका साथ सबका विकास!

लेकिन इंदौर नगर निगम की सरकार न जाने किस तानाशाही, बर्बर मध्ययुगीन मुस्लिम आक्रांताओ के शासन करने के तौर तरीकों से प्रेरित होकर, इंदौर शहर के विजय नगर क्षेत्र में स्थित मेघदूत पार्क से लगी हुई सड़क पर पिछले 3 दशकों से संचालित तकरीबन 400 स्ट्रीट फूड के स्टॉलो को आज से दो महीने पहले, शहर में एक विदेशी आयोजन को शहर की सुंदरता दिखाने के नाम पर हटा दिया! और आज तक न तो वापस फूड स्टाल लगाने की अनुमति दी? और न ही कोई वैकल्पिक स्थान उन्हें दिया गया?

@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्‍ज इंदौर

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