15 दिन में चार बड़े फैसले सुनाएगा सुप्रीम कोर्ट!

इन फैसलों से बदल जाएगी देश के सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक क्षेत्र की दशा और दिशा

री-डिस्कवर इंडिया न्यूज इंदौर। देश के सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली पीठ अगले 15 दिनों में चार महत्वपूर्ण फैसले सुना सकती है, जिसमें पहला फैसला राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद शामिल है, जिसका देश के सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक क्षेत्र में संभवत: बड़ा प्रभाव हो सकता है।
इसके अलावा दूसरा फैसला मुख्य न्यायाधीश की पीठ अपने उस फैसले पर पुनर्विचार करके निर्णय देगी, जिसमें हर उम्र की महिलाओं को सबरीमाला के अयप्पा मंदिर के अंदर जाने की इजाजत दी गई थी। 28 सितंबर, 2018 के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए दाखिल की गई थीं और 28 याचिकाएं हर उम्र की महिलाओं को सबरीमाला के अंदर प्रवेश की अनुमति देने के खिलाफ दाखिल की गई थीं। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि भगवान अयप्पा ब्रह्मचारी हैं इसलिए 10 से 50 साल के बीच की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
तीसरा फैसला सरकार को राफेल पर क्लीन चिट देने पर आ सकता है। सीजेआई के नेतृत्व में तीन जजों की पीठ पिछले साल दिए अपने फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर निर्णय देगी। पिछले साल फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने में मोदी सरकार द्वारा किए गए कथित भ्रष्टाचार और अनियमितता के खिलाफ याचिका दाखिल की गई थी, जिसमें अदालत ने सरकार को क्लीनचिट दी थी। अदालत को अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए याचिका दाखिल की गई है। जिस पर फैसला आने का इंतजार है। सीजेआई की पीठ ने 10 मई को इस पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
चौथा फैसला सीजेआई को आरटीआई के दायरे में लाने वाली याचिका पर आने का इंतजार है। सीजेआई के नेतृत्व वाली पांच जजों की पीठ ने चार अप्रैल को उस अपील पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिसमें सीजेआई ऑफिस को आरटीआई के तहत लाने की अनुमति देने के लिए याचिका दाखिल की गई थी। इस याचिका को आरटीआई कार्यकर्ता सुभाषचंद्र अग्रवाल ने दाखिल किया था।

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