@री डिसकवर इंडिया न्यू्‍ज इंदौर

कहां से खरीदे गोल्ड और डायमंड ज्वेलरी!

परम्परागत सराफा बाजार से  या इंदौर व मालवा के भव्य और विस्तृत ज्वेलर्स शो रूम से? या फिर शहर और प्रदेश के बाहर के बड़े कार्पोरेट हॉउस के ब्रांडेड ज्वेलरी शो रूम से?

क्योंकि आज इंदौर शहर मे सोने, चांदी, और हीरे के आभूषण और जवहरात खरीदने के लिए राजवाड़ा के पास तंग गलियों मे परंपरागत सराफा बाजार है वही दूसरी तरफ इंदौर के मुख्य मार्ग एम.जी रोड व उसके आस – पास भव्य, विशाल,और कॉर्पोरेट शैली मे संचालित आभूषणों की विस्तृत श्रंखला और एक से बढ़ कर एक डिजाइन से भरे पड़े हुए जेवलर्स के आधुनिक वातानुकूलित शोरूम।    

मदनलाल छगनलाल ज्वेलर्स, डी पी ज्वेलर्स, आनंद ज्वेलर्स इंदौर शहर में ज्वेलरी की दुनिया में वो नाम है, जिन्होंने न सिर्फ अपनी साख, विश्वसनीयता, और ईमानदारी से, दशकों से ग्राहको पर अमिट छाप छोड़ी है! वरन ज्वेलरी की शुद्धता और व्‍यवसायिक पारदर्शिता के उच्च मापदंडो में सभी बड़े कार्पोरेट हाउस और प्रदेश के बाहर के ज्वेलरी ब्रांड शो रूमों को काफी पीछे छोड़ दिया है! 

बड़े औधयोगिक घरानों के कॉर्पोरेट ब्रांड जैसे – तनिष्क (टाटा), इंद्रिया (बिरला), रिलायंस। इसके अलावा कल्याण, ओररा (ORRA), कैरटलेन (Caratlane), टी बी जेड (TBZ), मलाबार, वामन हरी पेठे (WHP), आदि।  ये ज्वेलरी के शोरूम इंदौर शहर और प्रदेश के बाहर के राज्यों से संचालित किए जाते है। ये शोरूम मैनेजर, कर्मचारियों व स्टाफ द्वारा संचालित किए जाते है इनके मालिक शोरूम पर नहीं बैठते है।   

एक वक़्त था जब सोने, चांदी के आभूषण खरीदने के लिए परंपरागत सराफा बाजार की सकरी गलियों में, गद्दे और छोटे स्टूल पर बैठकर ग्राहक, दुकानदार से आभूषणों की खरीद फरोख्त करते थे! लेकिन पिछले दो दशकों में सराफा बाजार का पूरा परिदृश्य बदल गया है! परंपरागत पगड़ी धारी सराफा बाजार की छोटी दुकानो और तंग गलियारों से हटकर शहर के मुख्य मार्गों में आधुनिक विशाल और विस्तृत शोरूमों से संचालित होने लगा है। 

परंपरागत सराफा बाजार की नई, आधुनिक और उच्च शिक्षित पीढ़ी ने न सिर्फ इस व्यवसाय की गोपनीयता को पारदर्शी और ईमानदार बनाया है! वरन परंपरागत खरीदी बिक्री को आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर और कॉर्पोरेट मेनजमेंट के साथ बाकायदा एक प्रशिक्षित सेल्स टीम के साथ वातानुकूलित वातावरण में ज्वेलरी खरीदने के अनुभव को एक नए मुकाम पर पहुचा दिया है!

शहर में त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है, दशहरा दिवाली का समय भारत में सभी जातियों और धर्म के लिए सबसे बड़ा फेस्टिवल पर्व होता है. सुख, संपन्नता के रूप में मनाए जाने वाले इस फेस्टिव सीजन में समाज का प्रत्येक वर्ग और परिवार सोने, चांदी और डायमंड के आभूषण अपनी संपन्नता के आधार पर खरीदने को शुभ मानता है। 

@प्रदीप मिश्रा री डिस्कवर इंडिया न्यूज इंदौर 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More News