@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्ज इंदौर
वाह रे यूनुस पटेल “गुड्डू”!! जिस घर में लड़की की शादी की उसी घर की बेशकीमती जमीन हड़पने की साजिश को अंजाम देने के लिए अपराधिक षड्यंत्र रच डाला!?*
पुलिस कई बार जमीन के सिविल विवादों मे अपराधिक कारवाई कर एफ आई आर दर्ज कर लेती है! और कई बार अपराधिक तथ्यो, सबूतों और गवाहों के मौजूद होने के बावजूद पीड़ित को सिविल प्रकृति का विवाद बताकर न्यायालय मे जाने की सलाह दे देती है!?* *ये सब दवाब, प्रभाव और पैसे के माध्यम से होता है!
जिसके पास इन तीनों में से एक भी है तो आरोपी फरियादी हो जाता है! और फरियादी आरोपी बन जाता है! या फिर न्यायालय में दशकों चप्पले घिसता है!?
यूनुस पटेल ने 1 साल मे 80 लाख रुपए नगद देना बताया है कम से कम इसकी तो जांच हो जाए कि ये पैसा कहां से लाया किसको कैसे दिया! क्या 80 लाख रुपए नगद देना कानून सम्मत है! इंकम टैक्स और ED के सभी नियमों और कानूनों का पालन हो रहा है कि नहीं कम से कम इसकी तो सच्चाई पता करना चाहिए पुलिस विभाग को या फिर संबंधित इंकम टैक्स व ED कार्यालय को इस बेनामी लेन देन के बारे में कारवाई करने बाबत भेजना चाहिये!
दिनांक 4 अप्रैल 2023 को खजराना निवासी हैदर पटेल पिता स्व. कुदरत पटेल ने पुलिस कमिश्नर इंदौर और पुलिस उपायुक्त जोन – 2 पलासिया को मय सबूतों के साथ एक लिखित आवेदन, कांग्रेस नेता, मुस्लिम नायता पटेल समाज का स्वघोषित तथाकथित अध्यक्ष के अलावा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति – जनजाति विकास परिषद नई दिल्ली के अल्पसंख्यक विभाग का प्रदेश अध्यक्ष बताने वाला खजराना तालाब रोड स्थित 697 अजमेर कोठी निवासी यूनुस पटेल “गुड्डू” के खिलाफ हैदर पटेल और उनके परिवार की पैतृक कृषि भूमि को कपटपूर्वक धोखाधड़ी करते हुए कूट रचित दस्तावेजों का निर्माण कर धोखे से हस्ताक्षर करवा कर! नकली गवाहों के साथ फर्जी और झूठी शिकायतें पुलिस थानों में कर अपने पैसे के दवाब एव प्रभाव से नोटिस भिजवा कर कानून का डर बताकर जमीन की रजिस्ट्री बिना पैसे दिए करवाने बाबत दिया!!
*कैसे अंजाम दिया साजिश को!*
पुलिस कमिश्नर इंदौर को दी गई लिखित शिकायत मे पीड़ित हैदर पटेल ने बताया कि उसकी एवं उसके परिवार की पैतृक क्रषी भूमि खसरा नंबर 308/4, रकबा 0.104 हेक्टयर ग्राम खजराना तहसील और जिला इंदौर मे स्थित है! उक्त भूमि को लेकर पड़ोसियों से कोर्ट में विवाद चल रहा था! इस दौरान खजराना निवासी यूनुस पटेल गुड्डू जो हमारा रिश्तेदार है, (यूनुस पटेल गुड्डू की बेटी की शादी मेरे भाई के साथ हुई है) ने आकर कहा कि चूकि मैं रात दिन कोर्ट मे रहता हूं, मैं कानून ज्यादा समझता हूं, मैं विवाद सुलझा दूँगा. तुम लोग कोर्ट के रोज मर्रा के कामों के लिए मुझे पॉवर कर दो!*
*चूंकि यूनुस पटेल गुड्डू हमारा करीबी रिश्तेदार था इसलिए उसपर विश्वास करते हुए उसके द्वारा लाए गए स्टाम्प एवं आम मुख्तियार नामे मे हस्ताक्षर /अंगूठे लगा दिए! उपरोक्त पॉवर सिर्फ और सिर्फ हमारी तरफ से न्यायलयीन कार्यो को करने के लिए दिया गया था*
*इसी दौरान यूनुस पटेल ने धोखे से बिना हमारी जानकारी के एक बिना दिनांक का बिक्री पत्र इकरार नामा हमारी जानकारी के बगैर निष्पादित करवा लिया एवं 10 रुपए के स्टाम्प पर दो फर्जी गवाहो के हस्ताक्षर करवा कर कब्जा रशीद भी निष्पादित करवा ली एवं हमारी जमीन की ओरीजनल ऋण पुस्तिका भी अपने पास रख ली. और 30 लाख रुपए का एक चेक गारंटी के तौर पर देना बता दिया!*
*चूंकि यूनुस पटेल रिश्ते में हमारा समधी लगता है, और अन्य रिश्तेदारों के समझाने और मध्यस्थता करने पर 30 लाख का चेक जो यूनुस पटेल गुड्डू ने दिया था को बैंक मे भुगतान हेतु लगाया तो वह insufficient fund के रीमार्के के साथ बाउंस हो गया!*
*चेक बाउंस होने के पश्चात मैंने और मेरे भाई हनीफ पटेल ने उससे हमारी जमीन की ओरीजनल ऋण पुस्तिका और लिखा पढ़ी कई बार मांगी तो वह लगातर बरगलाता रहा. इस दौरान अनेक रिश्तेदारों और मित्रों ने भी उसे समझाया लेकिन यूनुस ने ओरीजनल ऋण पुस्तिका और लिखा पढ़ी के दस्तावेज वापस नहीं लौटाए.*
*लगभग 6 वर्ष पश्चात 12 जनवरी- 2021 को यूनुस पटेल ने अपने वकील के माध्यम से एक सूचना पत्र भिजवाया जिसमें उसने 30 लाख रुपए नगद देना और 50 लाख रुपए कानूनी कारवाई मे खर्च करना बताया और कानूनी और अपराधिक कारवाई करना बताकर उक्त क्रषी भूमि का विधवत यूनुस के पक्ष में करने की चेतावनी के साथ भिजवाया!*
@ प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यूज़ इंदौर