@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्‍ज इंदौर

डॉक्टर से बिल्डर बने कुख्यात डॉ. विनोद भंडारी की उज्जैन रोड स्थित “हाईलाइन हेरीटेज़” टाउनशिप का रेरा रजिस्ट्रेशन और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग की अनुमति रद्द होनी चाहिए!

कार्यालय सयुंक्त संचालक टाउन एंड कंट्री प्लानिंग कार्यालय इंदौर और रेरा प्राधिकरण भोपाल को धोखे में रखकर गलत जानकारी, कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर देकर एक ही परियोजना की दो बार टी एंड सी और रेरा रजिस्ट्रेशन प्राप्त किए! पड़ोस की जमीन के खसरो को मिलाकर अवैध रूप से एक ही टी एंड सी की दूसरी बार टी एंड सी करवाई! और उसी टी एंड सी के आधार पर रियल एस्टेट प्रोजेक्ट के रेरा का दूसरी बार रजिस्ट्रेशन करवाया!

डॉक्टर से बिल्डर बने कुख्यात डॉ. विनोद भंडारी की उज्जैन रोड स्थित हाईलाइन हेरिटेज रियल एस्टेट प्रोजेक्ट ग्राम भवरासला तहसील मल्हारगंज जिला इंदौर के 5 खसरा नंबर 159/2, 159/1/2/3/1, 159/1/2/2/1, 159/1/1/1, 159/1/2/1/1 जिनका कुल रकबा 3.278 हेक्टेयर है।

उपरोक्त खसरो मे से खसरा नंबर 159/1/1/1 और खसरा नंबर 159 /1/2/3/1 कुल रकबा 0.716 हेक्टेयर है! और बचे हुए 3 खसरो मे से 159 /2, और 159/1/2/1/1 ये दो खसरे डॉ. विनोद भंडारी एवं 159/1/2/2/1 डॉ. मंजूश्रीं भंडारी के नाम पर है! उपरोक्त सभी खसरो की कुल 3.278 हेक्टेयर जमीन पर मल्टी ड्वेलिंग रियल एस्टेट प्रोजेक्ट की अनुमति टी एंड सी कार्यालय से दिनांक 1 अगस्त 2019 को प्राप्त की गई! और परियोजना का रेरा रजिस्ट्रेशन नंबर P-SWR-21-2838 दिनांक 27 अगस्त 2021 को करवाया गया था! उपरोक्त रेरा रजिस्ट्रेशन नंबर P-SWR-21-2838 की परियोजना को दिनांक 6 सितंबर 2022 को पूर्ण हो चुकी बताकर 22 मार्च 2024 को एक नया रेरा रजिस्ट्रेशन P-SWR-24-4628 ले लिया?

डॉ.विनोद भंडारी ने अरविंदो हॉस्पिटल से लगी जिस 3.278 हेक्टेयर जमीन पर अपने पहले रियल एस्टेट प्रोजेक्ट “हाई लाइन हेरिटेज” को जिसमें 23 दुकाने, 38 ऑफिस और 349 फ्लैट की मल्टि ड्वेलिंग युनिट का निर्माण कर रहा हैं! उसकी टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग से दिनांक 30 जून 2021 को जिन 5 जमीन के खसरो की कुल 3.278 हेक्टेयर जमीन पर अनुमति प्राप्त की है, उनमें से दो खसरे क्रमशः खसरा नंबर 159/1/1/1 रकबा 0.3630 हेक्टेयर अभय पोखरना और 159 /1/2/3/1 रकबा 0.3530 अनिल पोखरना दोनो भाईयो  की कुल 0.716 हेक्टेयर जमीन मालिकाना और नामांतरण हक की है!
जिस पर दोनों पोखरना बंधुओं ने पूर्व में दिनांक 25 फरवरी 2022 को कार्यालय सयुंक्त संचालक, टाउन एंड कंट्री विभाग से “हाईलाइन फार्च्यून” के नाम से मल्टि प्रोजेक्ट निर्माण की अनुमति प्राप्त कर रेरा रजिस्ट्रेशन 22 अगस्त 2023 को प्राप्त कर लिया था। 
तो फिर शातिर डॉ विनोद भंडारी ने कैसे पोखरना बंधुओं के खसरा नंबर 159/1/1/1 और 159 /1/2/3/1 की कुल 0.716 हेक्टेयर जमीन के खसरो को  मिलाकर कुल 3.278 हेक्टेयर जमीन पर निर्माण की अनुमति कार्यालय सयुंक्त संचालक टाउन एंड कंट्री प्लानिंग कार्यालय इंदौर से 30 जून 2021 को प्राप्त कर ली? और दिनांक 22 मार्च 2024 को इसी टाउन एंड कंट्री प्लानिंग की अनुमति के आधार पर रेरा रजिस्ट्रेशन करवा लिया!?
यहां सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पोखरना बंधुओं और डॉ विनोद भंडारी के बीच जमीन के मालिकाना हक और लीज़ को लेकर न्यायालीन विवाद कई सालो से चल रहा है! पोखरना बंधुओं ने कई साल पहले ही डॉ विनोद भंडारी से अपनी पार्टनरशिप खत्म कर ली है!
पैसों की हवस का पुजारी व्यापम मेडिकल प्रवेश परीक्षा का घोटालेबाज़ डॉ. विनोद भंडारी को अब सोने और हीरे की खदानों के व्यवसाय को मात देने वाले रियल एस्टेट व्यवसाय में कूद चुका है! मेडिकल प्रोफेशन मे धोखाधड़ी से कमाई अकूत दौलत से उज्जैन रोड पर अपने हॉस्पिटल के आस पास की सारी जमीनें खरीदकर उस पर प्लॉट, फ्लैट, मल्टि, दुकाने और ऑफिस बनाकर बेचने के लिए बाकायदा व्ही.बी बिल्डर्स एंड डेवलपर्स (V.B Builders and Developers) के नाम से एक पार्टनर शिप फर्म का गठन किया जिसमें डॉ विनोद भंडारी और उनकी पत्नी डॉ. मंजूश्री भंडारी पार्टनर है। 
कैसे डॉ. विनोद भंडारी ने पैसे की हवस मे डॉक्टरी और मेडिकल शिक्षा के नोबल प्रोफेशन को न सिर्फ कलंकित किया वरन् अयोग्य छात्रों से लाखों रुपए लेकर अपने मेडिकल कॉलेज मे अवैध रूप से एडमिशन देने के अपराध मे कई सालो तक जेल की काल कोठरी में बिताए! यह न सिर्फ पूरा शहर वरन प्रदेश और देश का प्रत्येक व्यक्ति जानता है!
सन 2003 मे मात्र इंदौर – उज्जैन रोड पर स्थित ग्राम भवरासला तहसील साँवेर (अब तहसील मल्हारगंज) की 16 बीघा जमीन अभय पोखरना और अनिल पोखरना से 30 साल के लिए लीज (किराए) पर लेकर! जो आज भी लीज पर ही है? और दोनों पोखरना बंधुओं और उस समय के एक तथाकथित नामी अखबार “नई दुनिया” के पत्रकार उमेश त्रिवेदी और उनकी पत्नी रश्मि त्रिवेदी को पार्टनर बनाकर अरविंदो हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई! पत्रकार उमेश त्रिवेदी और उनकी पत्नी रश्मि त्रिवेदी की किस काबिलियत और हुनर को देखकर पार्टनर बनाया गया? यह डॉ विनोद भंडारी ही बता सकते हैं?
मात्र कुछ सालो में मिस्टर और मिसेस डॉ भंडारी , पोखरना बंधु और पत्रकार त्रिवेदी ने मिलकर अरविंदो हॉस्पिटल, अरविंदो मेडिकल कॉलेज और अरविंदो ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन से अकूत दौलत कमाई! और आज तकरीबन 5 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की बेशकीमती रियल एस्टेट की जमीनों के मालिक बन चुके हैं!
@प्रदीप मिश्रा री डिस्कवर इंडिया न्यूज इंदौर

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