पुलिस का अस्सिटेंट कमिश्नर रैंक का बड़ा अधिकारी अपने ही ऑफिस में रंगे शरीर बलात्कार करते पकड़ाया!

नोटों मे लगाया जाने वाला केमिकल पीड़ित महिला के कपड़ों, हाथ और चेहरे पर लगाकर भ्रष्टाचार निरोधक पुलिस ने भेजा था असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर के कमरे में!

@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्ज इंदौर
जयपुर।अभी तक आपने रिश्वत लेते हुए किसी सरकारी अधिकारी को रंगे हाथो पकड़ा गया सुना होगा! रंगे हाथों से पकडने का मतलब है कि भ्रष्टाचार निरोधक पुलिस द्वारा रिश्वत मांगने वाले अपराधी सरकारी अधिकारी को पकड़ने के लिए एक जाल बिछाया जाता है! उसके तहत शिकायत कर्ता को अदृश्य रंग लगे नोटों के साथ रिश्वतखोर सरकारी अधिकारी के पास भेजा जाता है! और जैसे ही रिश्वतखोर अधिकारी नोटों को हाथ में पकड़ कर, गिनकर जेब में रखता है तो पुलिस उसे दबोच लेती है! फिर उसकी पेंट उतरवाई जाती है और उसकी पेंट और हाथो को पानी से धुलवाया जाता है, जैसे ही हाथो और पेंट मे पानी डाला जाता है तो वो गुलाबी रंग छोड़ने लगते हैं! जो नोटों मे लगा होता है! इसे कहते रंगे हाथों पकडना!
क्या आपने कभी सुना है कि पुलिस द्वारा किसी बलात्कारी को इसी तरह रंगे शरीर पकड़ा है! यदि नही! तो हाँ रविवार को राजस्थान के जयपुर में महिला अपराध शाखा के प्रभारी ए सी पी (अस्सिटेंट पुलिस कमिश्नर) कैलाश वोहरा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ए सी बी) (ACB) ने पीड़ित महिला से रिश्वत मे 50 हजार रुपए के साथ 30 वर्षीय पीडिता का शरीर और इज्जत मांग ली!
रविवार को यह निहायत घिनौनी हरकत पुलिस ए सी पी द्वारा पुलिस उपायुक्त (डी सी पी) (DCP) कार्यालय में अपने कमरे में पीडिता को बुलाकर की! उसी समय भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आरोपी ए सी पी को दबोचते ही उसके हाथ और शारीर को धुलवाया तो पानी में गुलाबी रंग आ गया!
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डी जी ने बताया कि पीड़ित महिला ने 6 मार्च को ब्यूरो मुख्यालय में शिकायत की थी कि जिले के एक थाने में दर्ज मामले में आरोपी की गिरफ्तारी के बदले ए सी पी कैलाश वोहरा पीडिता की इज्जत मांग रहा है! इसके अलावा वह 50 हजार रुपए पूर्व मे ही ले चुका है l पीड़ित महिला द्वारा की गई शिकायत का सत्यापन ए डी जी द्वारा किया गया! दो से अधिक बार शिकायत का सत्यापन करने के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आरोपी ए सी पी को रंगे हाथों ट्रेप करने के लिए प्लानिंग की! रविवार को जब कार्यालय में कोई नहीं था तब आरोपी ए सी पी कैलाश वोहरा ने पीड़ित महिला को कार्यालय बुलवाया! और जैसे ही महिला ए सी पी के कमरे में दाखिल हुयी! कार्यालय के बाहर घात लगाए बैठी भ्रष्टाचार निरोधक पुलिस ने कुछ देर बाद अंदर जाकर ए सी पी को दबोच लिया! तत्काल उसके कपड़े उतरवाए! और जब कपड़ों और हाथो को पानी से धुलवाया तो पानी का रंग गुलाबी हो गया! जिसे देखते ही आरोपी ए सी पी बेहोश हो गया!
@प्रदीप मिश्रा री डिसकवर इंडिया न्यू्ज इंदौर

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