कोटा के कोचिंग माफिया एलेन कोचिंग के माहेश्वरी बंधुओ के खिलाफ भारतीय दंड सहिंता की धारा 420/467/468/471 व 120 बी के तहत जयपुर के वैशाली नगर थाने में दर्ज है एफ आई आर नंबर 1045 !

कोचिंग माफिया देश में कर रहा है सीबीएसई स्कूली शिक्षा को तहस नहस प्रदेश के शिक्षा मंत्रियो को तत्काल अपराधिक मुक़दमे दर्ज करवाकर कड़ी करवाई करनी चाहिए !
पूरे देश में सीसीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों को “डमी” स्कूल बनाकर बिना छात्र की उपस्तिथी के करा रहे है फर्जी भर्ती !?
कोचिंग में जाने वाले तकरीबन 90 प्रतिशत बच्चे डमी स्कुलो में पढ़ते है !डमी स्कुलो से मतलब उन स्कुलो से है जो कोचिंग माफिया के साथ मिलकर एक शेक्षणिक अपराधिक षड्यंत्र के तहत छात्रो को स्कूल में भर्ती होना दिखाते है लेकिन वो छात्र स्कूल नहीं के बराबर जाते है .न रेगुलर थ्योरी की क्लास अटेंड करता है और न ही प्रेक्टिकल क्लास ! फर्जी तरीके से उनकी अटेंडेंस दिखाई जाती है और उन्हें परीक्षा में बैठाया जाता है ! IITJEE, मेडिकल जैसी प्रवेश परीक्षाओ के छात्रो को केमिस्ट्री ,फिजिक्स ,बॉटनी और बायोलॉजी जैसे विषयो के लिए प्रेक्टिकल कक्षाए साल भर लगती है तो जब बच्चे डमी स्कुलो में पढ़ते है तो प्रेक्टिकल कहा करते होंगे !यह जांच का विषय है ! इस तरह ये डमी स्कूल और कोचिंग माफिया मासूम छात्रो से उनके स्कूली दिनों के शेक्षणिक,खेल कूद ,यारी दोस्ती ,मस्ती व अन्य खट्टे मीठे अनुभव जो किसी भी छात्र के सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण व यादगार स्मृति को अपने व्यवसायिक फायदे के लिए बईमानी,छल व कूट रचित हथकंडो के तहत अपराधिक षड्यंत्र रचकर हजारो बच्चो के साथ क्रूर और निहायत गंभीर किस्म का अपराध कर रहे है ! इसी वजह से कोटा में हर साल कई बच्चे डिप्रेशन ,अवसाद और अकेलेपन की वजह से आत्महत्या कर रहे है या फिर नशे के आगोश में अपने आपको हवाले कर रहे है !?

एलेन कोचिंग कैसे बना शिक्षा जगत का सबसे बड़ा माफिया !?
मालिक राजेश महेश्वरी खुद कहते है इस इंडस्ट्री का डॉन हु मै!

छल ,कपट ,साम ,दाम,दंड ,भेद ,अनेतिकता ,फर्जी रिजल्ट ,डमी स्कुल ,दूसरी कोचिंग को डिस्टर्ब करना उनके यहाँ की फेकेल्टी को पैसे के बल पर तोड़कर लाना !? काम निकल जाने के बाद फेकेल्टी को बाहर का रास्ता दिखा देना !? टापर्स को लालच और पैसे देकर खरीद लेना और फिर उसे अपनी कोचिंग की सफलता बताकर छात्रों को एड्मिसन के लिए आकर्षित करना !? इसी ने कोचिंग को अत्यधिक महगा कर दिया है !? पुरे भारत में करोडो रूपये के विज्ञापन का पैसा भर्ती होने वाले छात्रो से ही वसूलता है !? शिक्षा जगत का सबसे घटिया दर्जे का व्यापारी है इसको शर्म आनी चाहिए छात्रो की प्रतिभा ,मेहनत ,लगन ,त्याग और गहन अध्यन कर प्राप्त की गयी सफलता को अपनी कोचिंग की सफलता बता कर उसका व्यापार करते है !?इस से बड़ी बेशर्मी की बात और क्या होगी! कोटा का एलन कोचिंग संस्थान 500 करोड़ रूपये सालाना फीस वसूल कर 70000 छात्रो में से मात्र 20 से 30 छात्रों की सफलता का श्रेय अपनी कोचिंग संश्थान का बताकर पुरे भारत में कोचिंग माफिया की जड़े जमा रहा है !? क्या १०वीऔर १२ वी के बच्चो से १०से १५ हजार रूपये महिना वो भी हफ्ते में मात्र ३ दिन!?ये कहा तक जायज है !? जबकि जो छात्र आई आई टी में सफल होते है वो शुरू से ही मेधावी ,मेहनती और अपनी लगन और प्रतिभा के बल पर सफल होते है !इन सफल छात्रो की सफलता को बड़े पैमाने पर विज्ञापन कर अरबो रूपये फीस के नाम पर वसूलने का धंधा कर रहे है
कोचिंग के अरबों रुपए के धंधे के माफिया हैं
इनके पास आईआईटी, जेईई जैसी कठिन इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कराने की योग्यता है भी कि नहीं, यह गहन जांच का विषय है, क्योंकि एलेन मूलत: मेडिकल कोचिंग चलाने वाला संस्थान है। और दूसरी तरफ जितनी भी फैकल्टीज इंदौर के प्रतिष्ठित व सफल संस्थानों से तोड़ी गई हैं, वे मूलत: फिजिक्स व केमिस्ट्री की हैं।
– पूरे देश में फैलाया नेटवर्क
-700 करोड़ का टर्न ओवर

-साम, दाम, दंड, भेद सब शामिल है इसकी रणनीति में!?

-अरबों रुपए का विज्ञापन बजट!

-जहां जाते हैं वहां के शिक्षा जगत में तोडफ़ोड़, शिक्षकों को खरीदना-बेचना शगल है!?

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