@री डिस्कवर इंडिया न्यूज इंदौर
ये क्या हो रहा है “डेली कॉलेज” मे!! बेशर्मी की सारी हदे पार की डेली कॉलेज के चार छात्रों, टीचर और प्रिंसिपल ने!
“डेली कॉलेज” स्कूल की हेड गर्ल को स्कूल के ही चार छात्रों और टीचर ने ऐसा प्रताड़ित किया कि उसे स्कूल छोड़ना पड़ा!

प्रिंसिपल और टीचर कि शह पर तथाकथित संभ्रांत घरों के 4 बदतमीज छात्र कर रहे थे हेड गर्ल के साथ दुर्व्यवहार!
इस तरह की भाषा और शब्दों से दे रहे थे धमकी –
- तेरा मुंह हमेशा के लिए बंद करवाते है!
- इसको तो मार डालेंगे!
- इसको छोड़ेंगे नहीं!
- हिंदी की गंदी गंदी गलियां दे कर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे!
डेली कॉलेज की सबसे होनहार, मेधावी और प्रतिभावान हेड गर्ल को तथाकथित संभ्रांत परिवार के कु-संस्कारी छात्रों ने!
टीचर अदिति घटक छात्रा को कर रही थी बदनाम! उड़ा रही थी मज़ाक! ले रही थी मजे!
प्रिंसिपल चारों कु-संस्कारी छात्रों और टीचर का दे रही थी साथ और पीड़िता को लगा रही थी डाँट!
उपरोक्त ऐसे गंभीर आरोप 12 वी की होनहार, मेधावी और स्कूल की हेड गर्ल पीड़ित छात्रा ने लिखित त्याग पत्र मे लगाए है आरोप!
इंदौर के प्रतिष्ठित कहे जाने वाले “डेली कॉलेज” स्कूल की सबसे मेधावी और प्रतिभाशाली 12 वी कक्षा की छात्रा जो क्लास फर्स्ट से 11 वी क्लास तक अपनी कक्षा में हमेशा टॉपर रही। जिसने जुनियर स्कूल के लिए सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर और कक्षा 10 वीं मे सर्वश्रेष्ठ छात्रा का पुरस्कार जीता। वाद विवाद प्रतियोगिता से लेकर, निशानेबाजी, नृत्य, कला में कई पुरस्कार जीते और मॉडल यूनाइटेड नेशन में स्कूल का प्रतिनिधित्व किया। डेली कॉलेज में इस अत्यंत मेधावी और प्रतिभाशाली छात्रा को स्कूल की हेड गर्ल बनाकर सम्मानित किया गया।
लेकिन इस अत्यंत मेधावी ओर प्रतिभाशाली छात्रा को स्कूल के चार तथाकथित संभ्रांत घरों के निहायत बत्तमीज और कुसंस्कारी छात्रों ने इतना प्रताड़ित और परेशान किया कि इस प्रतिभाशाली छात्रा को न सिर्फ हेड गर्ल से त्यागपत्र देना पड़ा वरन स्कूल भी छोड़ना पड़ा!
छात्रा ने स्कूल को “हेड गर्ल” के पद से दिए गए त्यागपत्र में लिखा है कि –
“आज मैं गर्व से नहीं बल्कि दर्द से लिख रही हूं कि सच तो यह है कि मेरे स्कूल ने मुझे निराश किया है! मेरी रक्षा करने के बजाय मुझे परेशान किया हैं! मेरे आत्मसम्मान को तोड़ा है! मुझे ऐसी जगह धकेल दिया है जहां से गुजरने पर मैं सुरक्षित महसूस नहीं करती!
कई दिनों तक मुझे हिंदी के सबसे गंदे शब्दों से गालियां दी गई! सिर्फ इसलिए क्योंकि मैने एक टीचर के लिए आवाज उठाने का फैसला किया था!
कुछ छात्रों ने मुझे सार्वजनिक रूप से कहां तेरा मुंह हमेशा के लिए बंद करवाते है! मुझे बहुत अपमानित महसूस हुआ क्योंकि मैं कई तरह के अपशब्द सुन रही थी लेकिन जवाब नहीं दे पा रही थी! और भी तथाकथित कुछ छात्रों ने मुझे काफी परेशान किया! मुझे धमकाया! और मेरा मजाक उड़ाया जो टीचर और प्रिंसिपल की जानकारी में था!
स्कूल की एक टीचर अदिति घटक मुझे सार्वजनिक रूप से अपमानित करती थी! निराधार आरोप लगाती थी और मेरी प्रतिष्ठा को धूमिल करने लगी! इसी टीचर की शह से DC MUN के कुछ छात्र “दादाओ” की तरह व्यवहार करते थे!
मेरे साथ किए जाने वाले दुर्व्यवहार, मानसिक प्रताड़ना और दादागिरी की शिकायत जब मैने स्कूल की प्रिंसिपल को की, तो मेरा साथ देने, मेरे साथ खड़े होने के बजाय मुझे ही डांटा!”
डेली कॉलेज जैसे प्रतिष्ठित स्कूल जहा पर धनाढ्य और संभ्रांत कहे जाने वाले घरों के बच्चे पढ़ते है वहाँ पर स्कूल की अत्यंत प्रतिभाशाली और मेधावी छात्रा को इस तरह से मानसिक रूप से प्रताड़ित करना, धमकी देना, मज़ाक उड़ान और स्कूल छोड़ने के लिए विवश करना जैसे आपराधिक कृत्य स्कूल के ही कुछ घरों के कु-संस्कारी छात्रों द्वारा करना और स्कूल के टीचर और प्रिंसिपल का ऐसे धनाढ्य वर्ग के दादा टाइप छात्रों का साथ देना निहायत ही शर्मनाक कृत्य है।
@प्रदीप मिश्रा री डिस्कवर इंडिया न्यूज इंदौर