विश्व की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन के मालिक जेफ बेजोस से क्यों दूरी बनाई प्रधानमंत्री मोदी और मोदी सरकार ने!?

क्या विश्व की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन के मालिक जेफ बेजोस की भारत सरकार और मीडिया के द्वारा की गई उपेक्षा से भारत के निर्यात और मेक इन इंडिया के तहत निवेश करने वाली कंपनियों के वैश्विक बाज़ार पर असर नहीं पड़ेगा!?

री-डिस्कवर इंडिया न्यूज इंदौर। दुनिया के सबसे अमीर आदमी और विश्व की प्रमुख ई-कॉमर्स अमेजन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेफ बेजोस तीन दिन के भारत दौरे पर थे। उनका भारत दौरा 15 जनवरी मकर संक्रांति पर्व के दिन से शुरू हुआ था। उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मकर संक्रांति के मौके पर उन्होंने कुर्ता पहन कर बच्चों संग पतंग उड़ाई। इन तीन दिनों में बेजोस महात्मा गांधी की समाधि स्थल राजघाट गए और भारत यात्रा के अंतिम दिन विश्वप्रसिद्ध आगरा का ताजमहल अपनी प्रेमिका के साथ देखने गए इसके अलावा प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गंगा आरती में भी भाग लिया। अब वह अपने देश वापस लौट चुके हैं। उन्होंने मुंबई में दिग्गज कारोबारियों और कई बड़े बॉलीवुड कलाकारों से भी मुलाकात की। जेफ बेजोस की भारत यात्रा में सबसे चौंकाने वाली जो बात रही वह यह थी कि उन्होंने इन तीन दिनों में मोदी सरकार के किसी भी मंत्री से मुलाकात नहीं की। सूत्रों की मानें तो जेफ़ बेजोस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना चाहते थे, लेकिन उनकी अपॉइन्टमेंट को तवज्जो नहीं दी गई। सूत्रों के अनुसार, सरकारी अधिकारियों ने इस बारे में कहा कि जेफ बेजोस से मिलना मोदी सरकार की मजबूरी नहीं माना जा सकता।
जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी के बेजोस से न मिलने को अमेजन के स्वामित्व वाले अखबार ‘वाशिंगटन पोस्टÓ में सरकार विरोधी आर्टिकल्स से जोड़कर भी देखा जा रहा है। ‘वॉशिंगटन पोस्टÓ में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने और नागरिकता कानून को लेकर सरकार विरोधी लेख छपे थे। बीजेपी के कई नेताओं ने ट्विटर पर ‘वॉशिंगटन पोस्टÓ के इन लेखों की निंदा की थी।
वहीं दूसरी तरफ वैश्विक ई-वाणिज्य कंपनी अमेजन ने बेजोस की भारत यात्रा के दौरान कहा कि वह प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढांचे और लॉजिस्टिक नेटवर्क में निवेश का वादा किया है उसकी योजना इसके माध्यम से अगले पांच साल में देश में दस लाख नए रोजगार सृजित करने की है। कंपनी ने कहा कि यह रोजगार पिछले छह साल में उसके निवेश से सृजित हुए सात लाख से अधिक रोजगार से अलग होगा। इसमें सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास, मनोरंजन सामग्री निर्माण, खुदरा, लॉजिस्टिक और विनिर्माण इत्यादि सभी क्षेत्रों में रोजगार सृजित होगा। अमेजन डॉट कॉम के प्रमुख जेफ बेजोस ने घोषणा की कि वह भारत में एक अरब डॉलर का निवेश करेंगे, ताकि लघु एवं मध्यम उद्योगों को ऑनलाइन लाने में मदद की जा सके और उन्होंने कहा कि कंपनी अपनी वैश्विक पहुंच के जरिये 2025 तक 10 अरब डॉलर के ‘मेक इन इंडियाÓ उत्पादों का निर्यात करेगी। ‘भारत में रोजगार सृजन और कौशल विकास पहलों को प्राथमिकता दी गई है। इसमें 2022 तक शहरी-ग्रामीण क्षेत्र के 40 करोड़ से अधिक लोगों को प्रशिक्षण देना शामिल है। इससे पहले ऑनलाइन खुदरा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी भारत में 5.5 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जता चुकी है। अमेरिका के बाहर भारत अमेजन के लिए सबसे महत्वपूर्ण बाजार है। बेजोस ने कहा कि हम भारत के साथ दीर्घावधि की भागीदारी को प्रतिबद्ध हैं। हम बोलने से अधिक काम करने में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल के दौरान देश के सूक्ष्म और लघु उपक्रमों को डिजिटल करने पर एक अरब डॉलर का अतिरिक्त निवेश करेगी। उससे ऐसे उपक्रम अधिक ग्राहकों तक अपने माल पहुंचा सकेंगे।
बेजोस ने कहा, ”इसका लक्ष्य अधिक से अधिक लोगों को भारत की समृद्धि में भागीदार बनाना है। उन्होंने कहा कि अमेजन का मानना है कि इस निवेश से लाखों लोगों को देश के भविष्य की समृद्धि का हिस्सा बनाया जा सकेगा। साथ ही दुनियाभर के सामने मेक इन इंडिया उत्पाद पहुंचाए जा सकेंगे। कंपनी ने इससे पहले कहा था कि उसका अनुमान है कि उसके वैश्विक बिक्री कार्यक्रम के तहत ई-कॉमर्स निर्यात 2023 तक पांच अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा।
क्या विश्व की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन के मालिक जेफ बेजोस की भारत सरकार और मीडिया के द्वारा की गई उपेक्षा से भारत के निर्यात और मेक इन इंडिया के तहत निवेश करने वाली कंपनियों के वैश्विक बाज़ार पर असर नहीं पड़ेगा!

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